एक पुष्प एक बेलपत्र एक लोटा जल की धार भोला कर दे सबका उद्धार!
कर्ता करे न कर सकै, शिव करै सो होय. तीन लोक नौ खंड में, महाकाल से बड़ा न कोय
कैसे कह दूँ कि मेरी, हर दुआ बेअसर हो गई, मैं जब-जब रोया तब-तब महादेव को खबर हो गई.
अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चाण्डाल का काल भी उसका क्या बिगाड़े जो भक्त हो महाकाल का!
काल भी तुम और महाकाल भी तुम लोक भी तुम और त्रिलोक भी तुम शिव भी तुम और सत्य भी तुम!
जगह-जगह में शिव हैं हर जगह में शिव हैं है वर्तमान शिव और भविष्य भी शिव हैं
हर जन्म में तेरा भक्त बनूं, ये मेरी आस, ये मेरा सपना हैं भोले बाबा, पड़ा रहूं तेरे चरणों के पास
शिव की बनी रहे आप पर छाया, पलट दे जो आपकी किस्मत की काया मिले आपको वो सब अपनी ज़िन्दगी में, जो कभी किसी ने भी न पाया
काल का भी उस पर क्या आघात हो जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो..!!
हर शिवरात्रि तेरा जश्न मनाएंगे, तेरी भक्ति में आज सब कुछ भूल जायेंगे