जूते रगड़कर बनाई पहचान में और जूते चाटकर बनाई पहचान में, औक़ात का अंतर होता हैं बेटा |
दहशत बनाओ तो शेर 🦁 जैसी बनाओ वरना, डराना तो कुत्तों 🐶 को भी आता हैं ||
क़िस्मत से हार जाऊ ये अलग बात हैं, वरना तुझे भी पता हैं बेटा | गुलैल से बाज़ नहीं मरा करते हैं |
मुझसे जलने वालों ये मत समझना की खत्म गया मैं, मुलाक़ात फिर से होगी हमारी तुमसे किसी मोड़ पर ||
अगर तुमको लगता हैं कि तुम जीत गए हो मुझसे, हैं यही बात तो फिर ये खेल दोबारा हो जाये
मैं अलग इसलिए लगता हूँ मेरे भाई, क्योंकि मैं मतलबी लोगों से रिश्ता नहीं रखता ||
कुछ लोग मुझे बुरा 👹 बता रहे हैं, धूल खुद के चेहरे 🤥 पे हैं, आईना हमे दिखा रहे हैं
मेरी उड़ान भले ही छोटी हैं, लेकिन अपने दम पर हैं ||