दिल का दर्द बयां करती शायरी 

खामोशियां बेवजह नहीं होती, कुछ दर्द इंसान की आवाज छीन लेते हैं !

कूदना पड़ा हमें समंदर में, हम अपनी ही नाव में बोझ बन चुके थे !

उस टूटे दिल की ख़बर कहाँ थी उन्हें, जब इंतजार ही उन्हें मेरे जाने का था !

जो कभी पूछा करते थे कि "मुझे छोड़कर तो नहीं चले जाओगे?", वो आज खुद छोड़कर जा रहे हैं !

इंतजार हैं मुझे ज़िंदगी के आख़िरी पन्ने का, सुना हैं....... अंत में सब ठीक हो जाता हैं !