जब इंसान भूखा होता है। उसका दिमाग सही प्रकार से कार्य नहीं करता , इसी वजह से वह सही फैसला नहीं ले पाता
जब मनुष्य को क्रोध आता है, तब संसार का हर एक इंसान उसे दुश्मन नजर आता है । क्रोध के कारण वह अपना ही नहीं दूसरों का भी नुकसान कर देता है ।
हमें जीवन के फैसलों में अपने परिवार और दोस्तों का साथ ले लेना चाहिए, क्योंकि कई बार हम समझ नहीं पाते, कि इस विषय पर हमें क्या फैसला लेना चाहिए ।
जिस प्रकार शरीर की थकान के बाद हम शरीर का कोई काम नहीं कर सकते,ऐसे ही मानसिक थकान के बाद कोई मानसिक निर्णय भी नहीं ले सकते, इसलिए थके होने पर हमें कोई भी फैसला लेने से बचना चाहिए।