#दोस्ती के बिना #जीवन वैसा ही है, जैसे #सूरज के बिना #आकाश
#अच्छे #दोस्त हमेशा #दिल के #करीब होते हैं
#जिंदगी हमें कई बेहतरीन #दोस्त दे, सकती है लेकिन #सच्चे दोस्त हमे, बेहतरीन #जिंदगी दे सकते हैं
#रब से मैं एक ही #फरियाद करता हूं तेरी #यारी को मैं #दिल से याद करता हूं
ऐ #दोस्त अब क्या लिखूं तेरी #तारीफ में, बड़ा #खास है #तू मेरी #जिंदगी में
उन #दोस्तों को #संभाल कर रखना, जो आपकी #चुप्पी भी #समझ लेते हैं
उदासी दूर हो जाती है जब वो कहता है, फ़िक्र न कर अभी ये दोस्त तेरा जिन्दा है…!