हिंदी मोटिवेशनल और Attitude शायरी

अकेलेपन को पिघला कर उसमें व्यस्त रहता हूँ, इन्सान हूँ मुरझा कर भी मस्त रहता हूँ!!

फिक्र में रहोगे तो खुद जलोगे, बेफिक्र रहोगे तो दुनियाँ जलेगी…

हैरत किस बात कि!  टूटे है तो चुभेंगे भी..

उस उड़ान से काफी उम्मीद है जो मेरी खुद की होगी..

मैं तो कब का आगे बढ़ चुका हूं वक़्त को कहो कि अब मेरे साथ चलें…

वक़्त ही तो हैं बदल जायेगा,  आज तेरा हैं कल मेरा आएगा!!

शरीफ़ थे तो नहीं बोले, अगर थोड़े भी बेशर्म होते…बराबर की टक्कर देते

अपने सपनों को पाने के लिए समझदार नहीं, पागल बनना पड़ता है