#ज़ख़्म ही देना था, तो पूरा #जिस्म तेरे हवाले था, मगर #कमबख़्त तूने तो , हर वार #दिल पर ही किया ..
#शिकायत नहीं #ज़िंदगी से की तेरे साथ नहीं ,बस तू। #खुश रहना यार, अपनी तो कोई #बात नहीं ..
काश तुझे #मेरी जरूरत हो मेरी तरह ,और मैं #तुझे नज़र अन्दाज़ कर दू #तेरी तरह ..!!
#ज़िंदगी रही तो याद सिर्फ़ #तुम्हें ही करते रहेंगे, #भूल गए तो #समझ जाना अब #हम ज़िंदा नहीं रहे
यक़ीन तो सबको #झूठ पर ही होता है , #सच बोलने वालों को तो हर बात #साबित करनी पड़ती है
तेरी #यादो को पसंद आ गयी मेरी #आँखो की नमी , #हँसना चाहूँ भी तो रुला देती है #तेरी कमी ..
छोड़ ना #यार क्या रखा है #सुनने और सुनाने में , किसी ने #कसर नहीं छोड़ी #दिल दुखाने में