खुद का बेस्ट वर्जन कैसे बने? How to become the best version of yourself?

खुद का बेस्ट वर्जन कैसे बने
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इस लेख के माध्यम से आज हम आपको बताने वाले हैं कि “खुद का बेस्ट वर्जन कैसे बने?” क्या आपके आस-पास ऐसे बहुत से लोग हैं जिनसे आप बहुत जल्दी इंप्रेस हो जाते हो और कोशिश करते हो कि हम भी उन्हीं की तरह बन जाए । लेकिन आप खुद ही सोचो, क्या ऐसा संभव है कि कोई किसी की तरह बन सकता है तो इसका जवाब है बिल्कुल नहीं । भगवान ने हर इंसान को अलग-अलग बनाया है और इसी में ही हम सब की खूबी है, कि कोई भी एक जैसा नहीं है । हमें किसी को देखकर कभी-भी यह कोशिश नहीं करनी चाहिए कि हम उसकी तरह बन सकते है । भले ही आप सेम फील्ड में हो, उसके बाद भी आप किसी से सेम नही हो सकते । हमारा ध्यान इस तरफ होना चाहिए कि हम खुद का बेस्ट वर्जन कैसे बने ?

खुद का बेस्ट वर्जन कैसे बने?

आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिससे कि आपको अपना बेस्ट वर्जन बनने में सहायता मिलेगी ।

खुद को पहचानना

अपना बेस्ट वर्जन बनने में सबसे बड़ी चीज होती है खुद को जानना । हमे पहले खुद को जानना होगा कि हमारे अंदर ऐसी कौन-सी खूबियाँ है, जिस पर काम करके आप अपनी एक अलग पहचान बना सकते हो । अलग पहचान तब बनती है जब वाकई में आप खुद की पसंद-नापसंद को समझो । आप पर किसी बात का बोझ नही होना चाहिये । यदि आप जीवन को एक बोझ की तरह देखोगे, तो खुद के अंदर उस संभावना को नही देख पाओगे, जो की आपको बेस्ट वर्जन बनाएंगी ।

खुद का कंपैरिजन ना करना

हमें कभी खुद को दूसरों से कंपेयर नहीं करना है । क्योंकि यह हो सकता है कि किसी दूसरे के पास आपसे ज्यादा बेहतर चीजें उपलब्ध हो और इससे ठीक उल्टा यह भी हो सकता है कि किसी के पास कम चीजें हो । यदि आप इसी चीज में उलझ गए, तो कभी अपना बेस्ट वर्जन नहीं बन पाओगे, इसलिए खुद को इन सब से दूर रखें और हमेशा अपनी तरफ देखें । हमें यह नहीं देखना है कि उसके पास हमसे ज्यादा पैसा है या नही । यह भी नही देखना है कि वह करियर में किस क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, बस अपना इंटरेस्ट देखना है कि हम क्या चाहते हैं? हम क्या कर सकते हैं? और उसी काम में खुद को झोंक देना है, जिससे की हम उस काम में माहिर बन जाए ।

कॉन्फिडेंस होना

कहते हैं कॉन्फिडेंस से बड़ी कोई चीज नहीं होती । सोचो यदि आप कोई नया काम करने जा रहे हो और आप को खुद पर विश्वास ही ना हो, तो आप वह काम कैसे कर लोंगे ? लेकिन यदि आपको कुछ भी नहीं पता और आपके अंदर यह कहने का जज़्बा है कि आप कैसे भी इस काम को सीख लोगे, तो आप वह काम कर सकते हो । आपने यह कहावत तो सुनी होगी कि “मिलो की दूरी का सफर एक कदम से शुरू होता है।” यदि हम अपने मन में यह ठान ले, कि हमें यह काम करना है तो बाकी चीज खुद-ब-खुद होती जाती है । कॉन्फिडेंट इंसान से हर कोई बात करना चाहता है, कॉन्फिडेंस आपकी पर्सनालिटी को बताता है कि आप किस तरीके के इंसान हो ।

अनुशासन में रहना

खुद का बेस्ट वर्जन बनने के लिए हमेशा अनुशासन में रहना जरूरी है । जैसे की अगर हमें हेल्दी रहना है तो उसके लिए हमें पौष्टिक आहार और व्यायाम करना अति आवश्यक है । बेस्ट वर्जन का मतलब यही होता है कि हम अपने काम पर अपना पूरा नियंत्रण रखते हैं और इसी अनुशासन के कारण हम अपने ही अंदर खोए हुए उस बेहतर इंसान को ढूंढ लेते हैं।

संयम में रहना

जिस मनुष्य का मन यहां वहां नहीं भटकता, वही किसी काम को अच्छे तरीके से कर सकता है । हमें किसी भी काम को करने में कभी-भी हड़बड़ी नहीं दिखानी चाहिए । एक बेस्ट वर्जन वाला इंसान हमेशा अपने कामों को सही तरीके से करता है, यदि वह काम उससे नहीं होता, तो वह उसके लिए परेशान नहीं होता बल्कि उस काम को कैसे किया जाए? उसके नए विकल्पों की तलाश करता है l एक शांत और संयम रखने वाले इंसान में एक ग्रेस होता है, जिससे की वह एक बेहतरीन इंसान बनता है ।

असल में खुद का बेस्ट वर्जन बनने का मतलब दूसरों को यह दिखाना नहीं है कि हमारे पास क्या खूबी है इसका सही अर्थ यह है कि असल में हम कैसे इंसान है । हम खुद को स्वीकार करे कि हम सिर्फ हम है और हम जैसा दुनिया में कोई नही हो सकता ।

उम्मीद करते हैं आपको हमारा Motivational Article “खुद का बेस्ट वर्जन कैसे बने?” पसंद आया होगा । आप हमें social media पर भी follow कर सकते हैं CRS SquadThink Yourself और Your Goal


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