कही आप Toxic Relationship के चंगुल में तो नहीं फंसे हैं? कैसे पहचानेंगे की आपका रीलैशन्शिप टाक्सिक है या नहीं?

Toxic Relationship
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Toxic Relationship: आप जीवन में, जिन लोगों के साथ समय बिताते हैं, जैसे परिवार, दोस्त और पार्टनर, वे आपकी सोच विचार करने के तरीकों में बड़ा बदलाव ले आते हैं। कुछ रिश्ते आपको खुश करते हैं और हमें आगे बढ़ने में मदद करते हैं, जबकि कुछ हानिकारक हो सकते हैं। इन हानिकारक रिश्तों को टाक्सिक रिलेशन्स कहा जाता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि टाक्सिक रिलेशन्स में किन संकेतों पर ध्यान देना चाहिए ताकि हम अपनी सुरक्षा कर सकें और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें।

इस लेख में, हम सरल शब्दों में टाक्सिक रिलेशन्स के बारे में बात करेंगे और पांच संकेतों पर चर्चा करेंगे जो हमें उन्हें पहचानने में मदद कर सकते हैं। इन संकेतों के बारे में सीखकर, हम अपने रिश्तों को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और ऐसे विकल्प चुन सकते हैं जो हमें सुरक्षित और खुश रखें। आइए देखें कि विषाक्त रिश्ते क्या हैं और हम उनसे कैसे निपट सकते हैं।

कैसे पहचानेंगे की आपका रीलैशन्शिप टाक्सिक है या नहीं?

Toxic Relationship को पहचानने के लिए कई निशानियाँ हो सकती हैं, लेकिन यहाँ पांच मुख्य निशानियाँ हैं जिनसे आप टॉक्सिक रिलेशनशिप को पहचान सकते हैं:

  1. असमानता और दबाव: टॉक्सिक रिलेशनशिप में, एक व्यक्ति दूसरे को हीन, हारा हुआ महसूस कराता है और उस पर दबाव डालता है। यह दबाव विभिन्न रूपों में हो सकता है, जैसे मानसिक या भावनात्मक दबाव, वित्तीय दबाव, या अन्य प्रकार का दबाव।
  2. संवेदनशीलता की कमी: टॉक्सिक रिलेशनशिप में, संवेदनशीलता और सहानुभूति की कमी होती है। एक व्यक्ति दूसरे की भावनाओं और आवश्यकताओं को समझने में असफल रहता है और रिश्तों में विनम्रता, सम्मान का अभाव होता है।
  3. संयम की कमी: टॉक्सिक रिलेशनशिप में, संयम की कमी होती है और एक व्यक्ति अपने व्यवहार में नियंत्रण नहीं रख पाता है, वह बहुत ही क्रूर हो सकता हैं अपने पार्टनर के प्रति। यह संयम की कमी जीवन के विभिन्न तरह के हो सकते है, जैसे कि आवाज़ उच्ची करके लड़ना, अभद्र भाषा का प्रयोग करना, या प्रताड़ित करने वाले शब्दों का उपयोग, या फिजिकल या इमोशनल हानी पहुँचाना।
  4. स्वार्थ : टॉक्सिक रिलेशनशिप में, एक व्यक्ति अपने ही स्वार्थ को पहले रखता है और अपने साथी की आवश्यकताओं या भावनाओं को नजरअंदाज़ करता है। उन्हें दूसरे की आवश्यकताओं या इच्छाओं को समझने या उनके प्रति संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत महसूस नहीं होती।
  5. विश्वास की कमी: टॉक्सिक रिलेशनशिप में, संवेदनशीलता का अभाव होता है और रिश्तों में विश्वास और ईमानदारी की कोई गुंजाइश नहीं होती है। लोग एक दूसरे के साथ विश्वास और सहयोग अथवा सहारा की अपेक्षा करते हैं, लेकिन टॉक्सिक रिलेशनशिप में ऐसा नहीं होता।

इन पाँच निशानियों के आधार पर, आप टॉक्सिक रिलेशनशिप को पहचान सकते हैं और अपने जीवन में स्वस्थ और सकारात्मक संबंध बनाने के लिए संशोधन कर सकते हैं।

Toxic Relationship से बचने के कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं:

  1. सीमा बनाएं: अपने संबंधों में सीमाएँ बनाएं और साफ रूप से अपने साथी को यह बताएं कि कौनसे व्यवहार और स्थितियों को आप बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।
  2. संवेदनशीलता का समर्थन करें: संवेदनशील और समर्थनशील संबंधों को प्रोत्साहित करें। आपक अपने साथी को यह बताए की आपकी अपनी भावनाए भी है जिसे उनको समझने की जरूरत है और जहां जरूरत हो वह समाधान तलाशने में आपकी मदद करें।
  3. स्वतंत्रता और आत्म-सम्मान का समर्थन करें: खुद की स्वतंत्रता और आत्म-सम्मान का समर्थन करें और अपने टाक्सिक पार्टनर को यह समझाएँ। टॉक्सिक रिलेशनशिप में, आपके साथी आपके व्यक्तित्व और स्वतंत्रता को पहचानने की बजाय नियंत्रण में रखना पसंद करते हैं।
  4. साथी की भावनाओं का सम्मान करें: आप अपने भावनाओं का भी सम्मान करें और उन्हें महत्व दें। अपने टाक्सिक पार्टनर को यह बताए कि आपके लिए आपकी अपनी भावनाओं का भी अहमियत हैं।
  5. साहस और प्रयास: टॉक्सिक रिलेशनशिप में फंसे होने के बजाय, साहस दिखाएं और ऐसे रिश्तों से बाहर निकलने का प्रयास करें।
  6. संबंध के बारे में खुले और स्पष्ट रहें: जब भी आपको लगे कि आपका संबंध टॉक्सिक हो सकता है, तो खुले और स्पष्ट रहें। अपने भावनाओं और संदेशों को साझा करें और संबंध में संवेदनशील और सहयोगी स्थिति बनाने के लिए साथी से बातचीत करें।

इन सरल तरीकों का पालन करके आप टॉक्सिक रिलेशनशिप से बच सकते हैं और स्वस्थ और संतुलित संबंध बना सकते हैं।

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