सबसे बड़ा मनहूस कौन? Akbar Birbal Moral Stories in Hindi No 2

Akbar Birbal Moral Stories in Hindi
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Akbar Birbal Moral Stories in Hindi : एक बार महाराज अकबर सो रहे थे तभी प्यास के कारण उनकी नींद खुल गयी । उन्होंने अपने सेवकों को पानी लाने को कहा लेकिन वहां कोई सेवक मौजूद नहीं था | तभी वहां पर सफ़ाई कर रहे एक कर्मचारी को अकबर की आवाज़ सुनाई पड़ी और वह तुरंत पानी ले आया । उस कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी को, हाथ में पानी का गिलास लिए अपने कमरे में खड़ा देखकर अकबर चौंक गए, लेकिन उन्हें प्यास बहुत लगी थी इसलिए बिना ज्यादा सोच विचार के अकबर ने उसका लाया हुआ गिलास पकड़ा और पानी पी लिया।

अकबर के पेट में दर्द – Akbar Birbal ki Kahani

उसी समय अकबर के मंत्रीगण उनके कक्ष में आये और कूड़े उठाने वाले को कक्ष में देखकर तुरंत उसे बाहर जाने को कहा । कुछ जरूरी बातें अकबर से करके सभी मंत्रीगण वहां से चले गए । कुछ देर के बाद अचानक अकबर के पेट में दर्द उठने लगा । शाम होते होते दर्द बढ़ता गया और अकबर की तबीयत बिगड़ गयी ।

राज वैद्य को बुलाया गया और दवा देने के बाद भी अकबर की तबियत में सुधार देखने को नहीं मिला । अकबर की तबियत को और बिगड़ता देखकर राज वैद्य ने बड़े से बड़ा हकिम को बुलवाया लेकिन दवा देने पर भी अकबर की तबियत वैसी की वैसी ।

अकबर की तबियत बिगड़ने का कारण – Hindi Stories

तब राज वैद्य ने अकबर को ज्योतिष बुलवाने की सलाह देते हुवे कहा की, “आप पर किसी मनहूस इंसान का साया पड़ गया हैं ।” राज वैद्य के इस सुझाव पर अकबर ने ज्योतिष महाराज को बुलावा भेजा ।

तभी अकबर ने मन में विचार किया की किसी मनहूस इंसान की छाया तो मुझपर पड़ी नहीं बस सवेरे उस कूड़ा साफ़ करने वाले के हाथ से पानी पिया था । उसका विचार आते ही अकबर ने उस कूड़े उठाने वाले को मौत की सज़ा सुना दी । अकबर का आदेश पाते ही सिपाहियों ने तुरंत जाकर कूड़ा उठाने वाले को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया ताकि अगले दिन उसे फांसी दे सकें । कूड़ा उठाने वाले की हालत ख़राब हो गयी जब उसे पता चला की बादशाह अकबर ने उसे मौत की सज़ा सुनाई हैं । उसका शरीर बुरी तरह कांप रहा था ।

अकबर ने दी फांसी की सज़ा – Moral Stories in Hindi

कुछ देर के बाद बीरबल को अकबर के इस आदेश के बारे में पता चला तो वे तुरंत उस कूड़ा उठाने वाले इंसान से मिलने जेल पहुंच गए । बीरबल को वहां देखकर उसके मन में आशा की किरण नज़र आयी और उसने बीरबल को सारी घटना विस्तार से बताई जो सुबह घटित हुई थी । बीरबल ने विश्वास दिलाते हुई उससे कहा की तुम बिल्कुल चिंता मत करो, “मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूंगा” । बीरबल के इस कथन से मानों उसके शरीर में फिर से प्राण आ गए, मगर मौत का आदेश अभी तक ख़ारिज नहीं हुआ था सो कुछ चिंता अभी भी शेष थी ।

बीरबल की चतुराई – Stories in Hindi

इसके बाद बीरबल, बादशाह अकबर के कक्ष में पहुंचे और अकबर से उनकी तबियत के बारे पूछा, “आपको क्या हुआ हैं? आप अचानक बीमार कैसे पड़ गए ?”
अकबर ने जवाब दिया, “बीरबल, एक मनहूस इंसान की छाया मुझ पर पड़ी हैं जिसकी वजह से मैं इतना बीमार हो गया हूँ !”

अकबर का जवाब सुनकर बीरबल उनके ही सामने हंसने लगा । अकबर ने जब देखा की बीरबल उनकी इस बात पर हंस रहा हैं तो उन्हें बहुत गुस्सा आया और कहा, “बीरबल क्या तुम मेरी बीमारी का मज़ाक उड़ा रहे हो? “

सबसे बड़ा मनहूस कौन? – Moral Stories in Hindi for kids

बीरबल ने कहा, “मुझे क्षमा करें जहाँपना! मैं आपकी बीमारी का मज़ाक नहीं उड़ा रहा लेकिन अगर मैं आपके सामने उस कूड़ा उठाने वाले इंसान से भी ज्यादा मनहूस इंसान ले आउ तो क्या आप उसे भी फांसी दे देंगे ?”

बीरबल की बात सुनकर अकबर ने बीरबल से पूछा, “क्या इस इंसान से ज्यादा मनहूस इंसान भी हैं ?” आगे अकबर ने कहा, “उस मनहूस इंसान को तुरंत मेरे सामने पेश करो मैं उसे भी फांसी दे दूंगा ।” अकबर की बात खत्म होते ही बीरबल तपाक से बोल पड़े, “गुस्ताख़ी माफ़ बादशाह अकबर! सबसे बड़े मनहूस तो आप स्वयं हैं। “

उस साधारण कूड़ा उठाने वाले ने सिर्फ आपकी प्यास बुझाने के लिए आपको पानी पिलाया और आपको लग रहा हैं कि आपकी तबियत उसकी वजह से खराब हुई हैं ? उस बेचारे के बारे में तो सोचिये जो आपको पानी पिलाने के जुर्म में जेल पहुंच गया और इसी जुर्म के कारण कल उसे फांसी दे दी जाएगी । उसका साया आप पर पड़ा तो आप सिर्फ़ बीमार ही पड़े हैं लेकिन आपका साया उस पर ऐसा पड़ा की उसे सजा ए मौत मिल रही हैं । अब आप ही मुझे बताइए तबीयत खराब होना बड़ी मनहूसियत है या मौत की सजा मिलना।

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आगे बीरबल बोले, “माफ़ करना बादशाह! मैंने आपको मनहूस कहा परन्तु आपकी आँखे खोलने के लिए ये जरूरी था और अब आप स्वयं को फांसी की सजा मत दे लेना, क्योंकि आप हम सभी के बादशाह हैं और हम सब आपसे प्रेम करते हैं ।”

बीरबल की ऐसी चतुराई और बुद्धिमता वाली बातें सुनकर बीमार अकबर जोर से हंस पड़े और उन्होंने तुरंत ही अपने सिपाहियों को कूड़ा उठाने वाले उस इंसान को जेल से रिहा करने का आदेश दिया। साथ ही उसकी मौत की सजा भी माफ कर दी।

कहानी से सीख :-

Akbar Birbal Moral Stories in Hindi” कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अंधविश्वास पर विश्वास करना सही नहीं है। बीरबल की चतुराई ने दिखाया कि अक्सर अनुभव और तर्क से सही निर्णय लिया जा सकता है, और हमें धार्मिक भ्रमों से दूर रहना चाहिए।

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