अच्छे कर्मों का फल लौटता जरूर है || Emotional story in Hindi
“अच्छे कर्मों का फल लौटता जरूर है ।” आपने यह कहावत तो सुनी होगी, कि जैसा कर्म करोगे वैसा फल पाओगे । लेकिन आज हम आपके सामने एक सच्ची कहानी लेकर आए हैं, जिसमें यह कहावत आपको सच होती दिखाई देगी । शुरू करते हैं आज की कहानी “अच्छे कर्मों का फल लौटता जरूर है ।”
अच्छे कर्मों का फल लौटता जरूर है || Emotional story in Hindi
एक समय की बात है । एक गरीब लड़का छोटे-मोटे सामान बेच कर, अपने घर का खर्च और अपनी स्कूल की फीस जुटाता था । वह बहुत ज्यादा मेहनती था, हर रोज की तरह वह सामान बेचने के लिए गया । समान बेचते-बेचते वह इतना थक गया, कि उसे बहुत ज्यादा भूख लगी गई । इसलिए उसने सोचा अगला जो भी घर आएगा, मैं वहां पर सामान के बदले उनसे पैसे नहीं थोड़ा खाना मान लूंगा, ताकि मेरा पेट भर जाए और मैं अच्छे से काम कर सकूँ । ऐसा ही सोच कर वह एक घर की और बड़ा और उसने दरवाजा खटखटाया ।
दरवाजा खुला और एक लड़की ने दरवाजा खोला ।
उसको देखकर वह यह बोल ही नहीं पाया, कि उसे सामान बेचने के बदले खाना चाहिए । वह इतना थक गया था कि उसके अंदर कुछ समझाने की सुध नहीं थी, इसलिए वह बोल पड़ा मुझे पानी चाहिए ।
लड़की ने उसके चेहरे को देखा, वह बहुत थका हुआ और परेशान लग रहा था । वह समझ गई कि इसे भूख भी लगी है । इसलिए वह बिना बोले उसके लिए पानी के साथ खाना भी लेकर आई ।
लड़के ने जब देखा लड़की उसके पास खाना लेकर आ रही है तो तुरंत ही उसने खाना लेकर खा लिया ।
खाना खाने के बाद वह बोला- आपने मुझे खाना दिया, उसके बदले आप मेरे सामान में से कुछ भी ले सकते हो ।
लड़की बोली- मुझे आपके सामान में से कुछ नहीं चाहिए । मैं आपको देखकर समझ गई थी, कि आप काफी थके हुए हो इसलिए आपके लिए पानी के साथ-साथ खाना भी लेकर आ गई । मेरी मम्मी कहती है हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए, ईश्वर की भी यही इच्छा होती है ।
ऐसा कहकर लड़की ने दरवाजा बंद कर लिया । लड़का अपने घर की ओर चला गया ।
यह भी पढ़े :- तुम्हें अकेले चलना होगा – Small Moral stories in Hindi
साल गुजरते गए और धीरे-धीरे उस लड़के ने अपना स्कूल पूरा कर लिया । अब वह कमाने में थोड़ा सक्षम हो गया था । इसलिए उसने फैसला किया कि अब उसे डॉक्टर बनना है । इसलिए उसने किसी अच्छे कॉलेज में दाखिला ले लिया और काम करने के साथ-साथ कॉलेज की फीस भी भरता रहा । अब वह एक बहुत अच्छा डॉक्टर बन गया था ।
एक बार उसके अस्पताल में एक लड़की एडमिट हुई । जिसकी तबीयत बहुत खराब थी । जब उस लड़के ने लड़की को देखा तब वह समझ गया । यह तो वही लड़की है जिसने इतने साल पहले मुझे पानी के साथ-साथ खाना भी दिया था । अब डॉक्टर किसी भी कीमत पर उस लड़की की जान बचाना चाहते थे इसीलिए उन्होंने अपनी सीनियर्स डॉक्टर से बात की और उसका अच्छा इलाज कराया और वह बिल्कुल ठीक हो गई ।
लड़की के परिवार वालों के पास इतने पैसे नहीं थे, कि वह उसका अच्छा इलाज कर पाए । लेकिन डॉक्टर ने अपने पैसों से इस लड़की का इलाज कराया ।
डॉक्टर ने एक लिफाफे में बिल के साथ-साथ एक चिट्ठी लिखकर, लिफाफे में डाल दी और उस लड़की तक पहुंचा दी ।
जब उस लड़की ने वह लिफाफा खोला तब उसने पाया कि उसका बिल तो भरा जा चुका है । यह देखकर वह आश्चर्यचकित हो गई, आखिर मेरा बिल किसने भर दिया । उसके बाद उसी लिफाफे मे रखी चिट्ठी को खोला । जिसमें लिखा था कि आपका बिल अभी नहीं भरा गया है, यह तो आपने बहुत साल पहले एक लड़के को पानी और भोजन दे कर, उसका बिल दे दिया था, यह पता बस आपको आज चला है ।
यह भी पढ़े :- मन के बंधक || गौतम बुद्ध की शिक्षाप्रद कहानी
यह पढ़ते ही लड़की ने अपने दिमाग पर जोर लगाया और उसे याद आया, कि बहुत साल पहले उसने एक लड़के को पानी और भोजन दिया था । तभी डॉक्टर साहब उसके पास आ खड़े हुए और बोले- अब कैसी तबीयत है आपकी?
लड़की बोली- डॉक्टर साहब! मेरी तबीयत बिल्कुल ठीक है । मैं यह जानना चाहती हूंँ कि मेरा बिल किसने भरा ।
डॉक्टर बोला- मैंने आपका बिल भरा है । मैं ही वो लड़का हूंँ, जिसे इतने सालों पहले आपने पानी और भोजन दिया था । आज मैंने आपके अच्छे कर्मों का फल लौटा दिया है ।
लड़की बोली- आपको देखकर बहुत खुशी हुई कि आप मेहनत करके, इतने बड़े डॉक्टर बन गए । आपका बहुत-बहुत धन्यवाद! जो आपने मेरे लिए इतना कुछ किया ।
डॉक्टर बोला- मैंने आपके लिए कुछ नहीं किया है । जो आपने किया है, वही लौटकर आप तक पहुंचा है ।
आज मेरे अनुभव ने मुझे बता दिया है मनुष्य जो करता है उसके पास लौट कर जरूर आता है ।
लड़की ने डॉक्टर का फिर से धन्यवाद किया । और वह अपने परिवार के साथ घर चली गई ।
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हम जो भी करते हैं अच्छा या बुरा, वह किसी दूसरे रंग, रूप में हमारे सामने आ जाता है । इसलिए हमेशा अच्छा करते रहो, ताकि वह अच्छा एक दिन हम तक भी पहुंचे ।
उम्मीद करते है आपको हमारी Emotional story in Hindi “अच्छे कर्मों का फल लौटता जरूर है” पसन्द आयी होगी । आप हमें social media पर भी follow कर सकते हैं CRS Squad, Think Yourself और Your Goal