एक मौका : प्रेरणादायक कहानी
आज की कहानी है “एक मौका” । ईश्वर हो या मनुष्य जो कोई-भी हमे आगे बढ़ने का मौका दे, हमें हमेशा उसकी कदर करनी चाहिए । आज की कहानी एक ऐसे व्यक्ति की है, जिसने एक भिखारी को जीवन में आगे बढ़ने का मौका दिया और उस मौके का उस भिखारी ने क्या किया । जानने के लिए पढ़ते रहिए “एक मौका, एक प्रेरणादायक कहानी ।“
एक मौका, एक प्रेरणादायक कहानी
एक अमीर व्यक्ति एक बार रास्ते से गुजर रहा था । तभी उसकी नजर एक भिखारी पर पड़ी, जो की भीख मांग रहा था ।
भिखारी दिखने में हट्टा-कट्ठा और जवान था । इसलिए उस अमीर आदमी से नहीं रहा गया और वह भिखारी के पास जाकर बोला- तुम दिखने में इतने हट्टे-कट्ठे हो, जवान हो, तुम्हें भीख मांगते हुए शर्म नहीं आती ?
भिखारी बोला- हाँ! शर्म आती है लेकिन भूख मिटाने के लिए मेरे पास और कोई चारा भी तो नहीं है ।
व्यक्ति बोला- तुम कहीं काम-धंधा क्यों नहीं शुरू करते ?
भिखारी बोला- साहब! कोई मौका दे तब ना, मुझे कभी अवसर ही नहीं मिला, कि मैं कुछ कर सकूं, इसलिए भीख मांगना मेरी मजबूरी बन गई है ।
भिखारी के बात सुनकर व्यक्ति सोच में पड़ गया और कुछ देर बाद बोला- ठीक है! अगर ऐसी ही बात है, तो मैं तुम्हें एक मौका देता हूंँ । मेरे साथ काम करोगे ?
उस व्यक्ति की बात सुनकर भिखारी की आंखों में चमक आ गई । वह तुरंत बोला- हाँ हाँ साहब, क्यों नहीं ! बताइए क्या करना है, मैं कुछ भी करने को तैयार हूंँ ।
व्यक्ति बोला- मेरा एक चावल का प्लांट है । तुम्हें बस चावलों को बाजार जाकर बेचना है और जो पैसे इससे आएंगे हम उसे बाँट लेंगे ।
भिखारी बोला- ठीक है साहब! आप मुझे मुनाफे का पाँच-दस प्रतिशत जितना भी देंगे, मेरे लिए पर्याप्त होगा ।
व्यक्ति मुस्कुराया और बोला- मैं तुम्हें पाँच-दस प्रतिशत नहीं दूँगा बल्कि नब्बे प्रतिशत मैं तुम्हें दूंगा और उसका दस प्रतिशत तुम मुझे दे देना ।
यह भी पढ़े:- असम्भव कुछ भी नहीं – Best Motivational Story in Hindi
व्यक्ति की ऐसी बातें सुनकर भिखारी सातवें आसमान पर पहुंच गया ।
भिखारी बोला- आप मुझे मुनाफे का नब्बे प्रतिशत दोगे ? आप कितने महान हो, दयालु हो, जो गरीब की मदद कर रहे हो ।
व्यक्ति उस भिखारी को अपने साथ ले गया और सारा काम समझा दिया ।
भिखारी ने अपना काम शुरू कर दिया । वह दिन-रात मेहनत करता । गर्मी में बाजार में जा-जाकर चावल बेचता । धीरे-धीरे उसके भीतर आत्मविश्वास आने लगा था । जैसे-जैसे एक महीना बीत रहा था, भिखारी को उस व्यक्ति को दस प्रतिशत देने का वक्त आ रहा था । उसके मन में विचार उठने लगे कि महीने भर मैंने जी-तोड़ मेहनत करी । मैं अपनी मेहनत का दस प्रतिशत भी उसे क्यूँ दूँ ।
एक महीने बाद
एक महीने बाद जब वह अमीर आदमी भिखारी के पास मिलने पहुंचा और कहने लगा- कैसा चल रहा है तुम्हारा काम?
भिखारी बोला- कुछ खास नहीं ज्यादा मुनाफा नहीं हो पाया ।
व्यक्ति बोला- क्यों झूठ बोलते हो, इस काम में, मैं काफी वक्त से हूंँ । मुझे पता है तुम्हें बहुत सारा मुनाफा हुआ है तो तुम मुझे मेरा दस प्रतिशत देने में क्यों कतरा रहे हो?
भिखारी बोला- सारी मेहनत तो मैंने की है । आपने क्या किया है, आपने मुझे बस एक अवसर ही तो दिया है ।
भिखारी के मुंह से ऐसे शब्द सुनकर उस व्यक्ति के दिल को बड़ी ठेस पहुंची ।
यह भी पढ़े:- क्या आपकी किस्मत खराब है ? Motivational Speech
व्यक्ति कहने लगा- मैं तुम्हें अवसर न देता, तो क्या कुछ कर पाते ? मुझे लगता है तुम्हें मेरे अवसर की कोई कदर नहीं है । तुम मुझे मेरा दस प्रतिशत मत दो । लेकिन तुम अब यहां पर काम नहीं कर सकते ।
ऐसा सुनते ही भिखारी डर गया और कहने लगा- नहीं साहब! मुझसे यह मौका मत छीनों । मैं वापस उस जिंदगी में नहीं लौटना चाहता जहाँ मुझे भीख मांगनी पड़े ।
व्यक्ति बोला- तुम्हें तो मेरे दिए गए मौके की कदर तक नहीं है तो मैं क्यों तुम्हारी मेहनत की कदर करूं!! क्यूँ तुम्हारे जीवन के बारे में सोचूँ !!
उसकी बात सुनते ही भिखारी का सर शर्म से झुक गया । उसकी आंखों में आंसू आ गए ।
वह हाथ जोड़कर बोला- माफ कर दीजिए साहब! क्या करूं अभी सब कुछ नया-नया है । मैं कुछ नहीं समझ पा रहा था इसीलिए आपसे ऐसा बोल दिया । आप मुझे मौका ना देते, तो मुझे पता ही नहीं चलता कि मैं क्या-क्या कर सकता हूंँ । मेरे अंदर लालच आ गया था। मैं इतना मूर्ख हूंँ मैंने आपकी इज्जत तक नहीं की, लेकिन आज मैं समझ चुका हूंँ। हमें हर उस इंसान की कदर करनी चाहिए जो हमें आगे बढ़ने का मौका देता है ।
भिखारी की बातें सुनकर उस व्यक्ति को दया आ गई वह कहने लगा- ठीक है! तुम मेरे साथ काम कर सकते हो, लेकिन याद रखना । बिजनेस का एक उसूल है अपनी बात पर हमेशा खरा रहना और दूसरों के दिए गए अवसर की हमेशा इज्जत करना ।
कहानी से शिक्षा
इस कहानी को हम अपने जीवन से जोड़ कर देख सकते है । उस अमीर व्यक्ति की तरह ईश्वर हमें भी कई मौके देते हैं । लेकिन आगे बढ़ जाने के बाद हम उस दिए गए मौके को भूल जाते हैं । हमें भी ईश्वर के दिये गये मौके का दस प्रतिशत लौटना चाहिए उनके द्वारा दी गई जिंदगी का आभार व्यक्त करके ।
उम्मीद करते हैं आपको हमारी प्रेरणादायक कहानी “एक मौका” पसंद आयी होगी । आप हमें social media पर भी follow कर सकते हैं CRS Squad, Think Yourself और Your Goal